महर्षि वेद व्यास
Establishment
वेद,पुराण,गीता,उपनिषद् और महाभारत के प्रणेता महर्षि वेद व्यास भारतीय संस्कृति के मजबूत स्तंभ है l उनकी कृति महाभारत विश्व के सबसे बड़ा ग्रंथ है lमानव कल्याण और परमार्थ के कारण महर्षि वेद व्यास की कृति कालजयी है lगीता मे उन्होने जहाँ भगवान कृष्ण के विराट वैकतित्व का दिग्दर्शन कराया वही वेद,पुराण और उपनिषद् के माध्यम से उन्होने मानव कल्याण का संदेश दिया lहर वर्ष आषाढ़ी पूणिमा के अवसर पर संपूर्ण भारतवर्ष मे महर्षि वेद व्यास की जयंती पूर्ण भव्यता के साथ आयोजित किया जाता है l इस अवसर पर प्रत्येक वर्ष महावि० मे महर्षि वेद व्यास की जयंती पूर्ण भव्यता के साथ आयोजित किया जाता है l
महर्षि वेद व्यास के ब्यक्तित्व, कृतित्व और मानव कल्याण के भाव को जीवंत रखने एवं कृतित्व से अभिप्रेरित हो 2 जनवरी 1985 ई० को वेद व्यास महाविधालय की स्थापना की गई l प्रो०(डा०)राम चन्द्र प्रसाद मंडल एवं श्रीमति उमा भारती के अथक प्रयासो से महावि० की स्थापना एवं शैक्षणिक व्यवस्था को जीवंत स्वरुप प्राप्त हुआ l आज महावि० बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की प्रस्वीकृत एवं अनुदानित महाविद्यालय के रूप मे अपनी शैक्षणिक और समाजिक उत्तरदायित्वो का निर्वाहन भली-भांति कर रहा है l महावि० का प्रयास समाज मे शिक्षा के प्रवाह को निरंतरता प्रदान करना है l